(उजला दर्पण सीनियर रिपोर्टर रामगोपाल सिंह उईके)
धार कहते हैं प्रेम को शब्दों की आवश्यकता नहीं होती, इससे पहले तक आपने यह केवल किताबों ही पढ़ा और सुना होगा। लेकिन मध्य प्रदेश के धार जिले के धामनोद में यह यह जुमला सही साबित हुआ। यहां दो मुखबिर युवक-युवती की इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई और यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। धामनोद की रहने वाली शिवानी विश्वकर्मा और इंदौर के प्रदीप यादव दोनों ही जन्म से मूक बधिर है। सोशल मीडिया पर उनकी मुलाकात हुई और धीरे-धीरे दोस्ती हुई और यह दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ही परिवारों ने इस रिश्ते को अपनाया और धूमधाम से विवाह संपन्न करवाया।
यह विवाह धामनोद के निजी गार्डन में आयोजित हुआ। जिसमें आशीर्वाद देने के लिए एसडीओपी मोनिका सिंह सहित समाज के कई लोग इस अनूठे विवाह के साक्षी बने। क्योंकि यह विवाह दिल को छू लेने वाला विवाह था। जहां एक और बेटी के पिता ने कहा कि अब बेटी को समझने वाला और साथ निभाने वाला जीवन साथी मिल गया है। यह विवाह समाज के लिए मिसाल है और दिल को छू लेने वाली यह प्रेम कहानी।
सभी की आंखें हुई नम
शादी के दौरान सबकी आंखों में खुशी और भावुकता थी, क्योंकि मूकबधिर की शादी, दिल को छू लेने वाली थी। शिवानी के पिता अनिल विश्वकर्मा भावुक होकर बोले कि मेरी बेटी जन्म से मूकबधिर है, लेकिन आज उसे समझने वाला और साथ निभाने वाला जीवनसाथी मिल गया। दोनों मूकबधिर युवक, युवती ने एक-दूसरे को पसंद किया और परिवारों ने पूरे सम्मान और समर्थन से उन्हें साथ होने का मौका दिया।











