अजब मध्यप्रदेश, गजब मध्यप्रदेश! — जो पटवारी जेल में, उसका भी हो गया ट्रांसफर
श्योपुर (मध्यप्रदेश): जिले में इन दिनों तबादला एक्सप्रेस पूरे रफ़्तार पर है। हर रोज़ किसी न किसी विभाग के कर्मचारियों की तबादला सूची सामने आ रही है। लेकिन 16 जून को जो हुआ, उसने सबको चौंका दिया। 21 पटवारियों की तबादला सूची में एक ऐसा नाम भी शामिल था, जो इस वक्त जेल की सलाखों के पीछे है।
धोखाधड़ी में बंद है पटवारी, फिर भी जारी हो गया ट्रांसफर ऑर्डर
16 जून की शाम को जिला प्रशासन ने पटवारियों के तबादले को लेकर दो अलग-अलग सूचियां जारी कीं — पहली सूची में 9 और दूसरी में 12 पटवारियों के नाम थे। लेकिन विजयपुर तहसील के पटवारी हेमंत मित्तल का नाम देखकर सब चौंक गए, जिन्हें हाल ही में धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
इसके बावजूद उनका ट्रांसफर बड़ौदा तहसील कर दिया गया। सवाल ये उठता है कि क्या तबादला आदेश जारी करने से पहले प्रशासन ने कोई बुनियादी जांच भी नहीं की?
कानून की धारा और लापरवाह प्रक्रिया — दोनों साथ-साथ
बड़ौदा टीआई सत्यम सिंह गुर्जर ने बताया कि बाढ़ राहत राशि में गड़बड़ी के एक मामले में कुल 6 आरोपी हैं, जिनमें पटवारी हेमंत मित्तल भी शामिल हैं। मित्तल पर IPC की धारा 420 समेत कई संगीन धाराएं लगी हैं।
इस पर अधीक्षक भू-अभिलेख मुन्ना सिंह गुर्जर ने सफाई देते हुए कहा कि, “संभव है जब ट्रांसफर की अप्रूवल हुई होगी, तब तक गिरफ्तारी नहीं हुई थी। अब चूंकि वो जेल में हैं, तो उनका नाम सूची से स्वत: हट जाएगा।”
अब सवाल ये है कि क्या ऐसी गंभीर लापरवाही पर कोई जवाबदेही तय होगी? या फिर तबादलों की इस ‘एक्सप्रेस’ में जिम्मेदार सिस्टम ही पटरियों से उतरता चला जाएगा?












