जयपुर/करौली, 20 नवंबर। राजस्थान में संगठित अपराधियों और हार्डकोर क्रिमिनलों पर सख्त कार्रवाई के निर्देशों के बाद भरतपुर रेंज में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस महानिरीक्षक कैलाश चंद्र विश्नोई और करौली जिले के पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल के नेतृत्व में चल रहे ऑपरेशन वॉन्टेड के तहत करौली पुलिस ने 15 साल से फरार चल रहे ₹25,000 के ईनामी कुख्यात डकैत भरत मीना को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया। इस पूरी कार्रवाई की निगरानी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुमनाराम और सत्येन्द्र पाल कर रहे थे।
जिला स्पेशल टीम (DST) ने इस लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बने अपराधी को ट्रेस करने के लिए गुप्त सूचनाओं पर लगातार काम किया। आरोपी भरत मीना, निवासी सिघांन थाना सदर हिण्डौन, लूट और डकैती के कई मामलों में वांछित था और पिछले एक दशक से अधिक समय से फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी लोकेश सोनवाल ने ₹25,000 का इनाम घोषित कर रखा था।
डीएसटी प्रभारी हेड कांस्टेबल नेमीचंद को भरत मीना के जयपुर में होने की सूचना मिली थी। इस आधार पर कांस्टेबल रन्नो सिंह और जगदीश को लगातार निगरानी के लिए लगाया गया। पुख्ता सूचना मिलने पर टीम शिवदासपुरा, जयपुर पहुंची, जहां आरोपी मजदूरी का काम कर रहा था। पुलिस को देखते ही भरत मीना भागने लगा, लेकिन DST प्रभारी नेमीचंद और कांस्टेबल रन्नो सिंह तथा जगदीश ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपी भरत मीना थाना सदर हिण्डौन क्षेत्र में लूट और डकैती के कई मामलों में वांछित था, जिनमें आधा दर्जन से अधिक गंभीर प्रकरण शामिल हैं। उसे दस्तयाब कर आगे की कानूनी कार्रवाई हेतु थाना सदर हिण्डौन पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।
ऑपरेशन ‘वॉन्टेड’ के तहत करौली पुलिस की यह कार्रवाई जिले में अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख और सतत प्रयासों का प्रमाण है।











